बिहार जदयू की कलह और तेज हुई
पटना, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। राज्य में जैसे-जैसे मौसम की तपिश बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे प्रदेश जदयू की राजनीति की गर्माहट भी बढ़ने लगी है। राज्य नेतृत्व से विक्षुब्ध पूर्व मंत्री डा. मोनाजिर हसन को केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा 'कारण बताओ' नोटिस जारी करने की खबर बुधवार को फैलते ही हसन के पटना स्थित आवास पर जदयू विधायकों का जमघट लगना प्रारंभ हो गया। करीब दो दर्जन विधायकों ने मोनाजिर हसन से भेंट की तथा आगे की रणनीति पर विचार किया।
इस संबंध में हसन ने आईएएनएस को बताया कि मिलने आए विधायक उनके शुभचिंतक हैं। उन्होंने कहा कि यहां कोई बैठक का आयोजन नहीं किया गया है और न ही आगे की किसी रणनीति पर चर्चा हुई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश नेतृत्व पर दबाव बनाने के लिए विक्षुब्ध विधायक गोलबंद हो रहे हैं। मालूम हो कि जदयू के केन्द्रीय नेतृत्व द्वारा अनर्गल बयानबाजी के लिए विधायक श्रीमती पूनम यादव एवं पूर्व मंत्री मोनाजिर हसन को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सूत्रों के अनुसार मंगलवार को बिहार प्रदेश जदयू अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ने पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव से दिल्ली में मुलाकात की। केंद्रीय नेतृत्व ने विधायक पूनम यादव के इस आरोप को गलत बताया कि भ्रष्टाचार के कारण मंत्रियों को हटाया गया। डा. हसन पर यह आरोप प्रमाणित करने की कोशिश की गई है कि श्रीमती यादव के बयान पर वह अपनी बात पार्टी फोरम में नहीं रख पाए।
उधर, डा. हसन व विधायक श्रीमती देवी ने ऐसे किसी भी 'कारण बताओ' के नोटिस मिलने से इंकार किया है । हालांकि पूनम देवी ने कहा कि उन्होंने प्रदेश नेतृत्व एवं केन्द्रीय नेतृत्व को एक पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने लिखा है कि उनका बयान पार्टी हित में था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।