फ्रांस ने भारतीय इंजीनियरिंग छात्रों के लिए खोले दरवाजे
नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। फ्रांस ने 16 इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के चयन के साथ ही पहली बार भारतीय विद्यार्थियों के लिए अपने दरवाजे खोले हैं। यह विद्यार्थी भिन्न फ्रांसीसी विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करेंगे।
नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। फ्रांस ने 16 इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के चयन के साथ ही पहली बार भारतीय विद्यार्थियों के लिए अपने दरवाजे खोले हैं। यह विद्यार्थी भिन्न फ्रांसीसी विश्वविद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करेंगे।
फ्रांस की एक अग्रणी कंपनी फ्रांसीसी इंजीनियरिंग संस्थान 'एल्टन' इन छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान करेगी। फ्रांसीसी दूतावास में सोमवार को विद्यार्थियों ने इससे संबद्ध एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस कार्यक्रम का आयोजन फ्रांस के 74 इंजीनियरिंग कॉलेजों के संस्थान 'एन+1' और फ्रांसीसी विदेश मंत्रालय के संयुक्त उपक्रम ने किया गया है।
विद्यार्थियों का चुनाव दिल्ली, तिरुवनंतपुरम और मुंबई के 100 विद्यार्थियों में से किया गया है।
इस अवसर पर एल्टन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी फिलिप कैरेट ने आईएएनएस को बताया, "यह एक नई शुरुआत है। फ्रांसीसी सरकार भारतीय इंजीनियरों को पहली बार अपने यहां पढ़ने के लिए बुला रही है। इस समझौते पर फ्रांस की उच्चशिक्षा एवं शोध मंत्री और अनेक भारतीय विश्वविद्यालयों के बीच जनवरी में हस्ताक्षर किए गए थे।"
उल्लेखनीय है कि समझौते पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी की भारत यात्रा के दौरान हस्ताक्षर हुए थे।
कैरेट ने कहा कि एल्टन भारत में अपना कार्य बढ़ा रही है। इसके लिए उसे दोनों देशों में कार्य करने वाले अनुकूल कर्मचारी चाहिए।
चयन के दौरान भारतीय विद्यार्थियों को फ्रेंच में अपने पर्चे भरने होंगे। एल्टन दुनिया भर में ऑटोमेशन, एयरोस्पेस, इलेक्ट्रॉनिक्स और ऊर्जा इंजीनियरिंग सहित अनेक क्षेत्रों में सेवाएं उपलब्ध कराता है।
एल्टन के जर्मनी स्थित व्यवसाय निदेशक इंद्रजीत सेन ने आईएएनएस को बताया, "हमें ऐसे स्थानीय इंजीनियर चाहिए जो फ्रांसीसी और भारतीय भाषाएं जानते हों।"
रांची से चुने गए एक विद्यार्थी स्नेहांशु शेखर का कहना है, "मुझे इंजीनियरिंग में अंतर्राष्ट्रीय पहचान चाहिए। मैं जानना चाहता हूं कि हमारा देश किन चीजों में पीछे है। वापस लौट कर उन कमियों को दूर करने का प्रयास करूंगा।"
फ्रांसीसी सरकार अगले वर्ष 300 भारतीय विद्यार्थियों को अपने यहां शिक्षा प्राप्त करने का मौका देगी। इसके साथ ही फ्रांसीसी सरकार ने एक नए कानून के तहत अपने यहां मास्टर डिग्री प्राप्त करने वाले भारतीय विद्यार्थियों को कुछ वर्ष काम करने का भी प्रावधान घोषित किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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