महंगाई नियंत्रण के लिए निर्यात कर का सहारा
नई दिल्ली, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। लगातार बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण के लिए इस्पात, सीमेंट और बासमती चावल जैसे कुछ उत्पादों पर निर्यात शुल्क लगाई जाएगी। इसके साथ ही कुछ कच्चे माल पर आयात शुल्क घटाए भी जाएंगे।
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने महंगाई पर नियंत्रण के लिए उपायों की घोषणा करते हुए कहा कि सॉफ्टवेयर उद्योग पर करों पर छूट की अवधि एक वर्ष के लिए बढ़ा दी गई है।
वर्ष 2008 के लिए वित्त विधेयक पर अपने समापन भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि पिग आयरन, मिड स्टील उत्पाद और अर्ध निर्मित उत्पादों के आयात पर कोई शुल्क नहीं लगेगा। इन उत्पादों के आयात पर फिलहाल 5 प्रतिशत आयात शुल्क लिया जाता है।
वित्त मंत्री ने बासमती चावल के निर्यात पर प्रति टन 8,000 रुपये, सीमेंट के निर्यात पर 12 प्रतिशत निर्यात शुल्क लगाने के साथ साथ जस्ता और कोयले के निर्यात पर मौजूदा शुल्कों को बढ़ा दिया है।
चिदंबरम ने कहा, "वित्तीय कार्रवाई के बावजूद इस्पात जैसे कुछ क्षेत्र लगातार कीमतें बढ़ा रहे हैं। इसका कुल मुद्रा स्फीति में 21.3 प्रतिशत का योगदान है।"
अपने भाषण में चिदंबरम ने कहा कि देश में खाद्य संकट जैसी कोई बात नहीं है। इस वर्ष देश में गेहूं का उत्पादन रिकार्ड 1.34 करोड़ टन और धान का उत्पादन 2.29 करोड़ टन हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों द्वारा अनाज की खरीदारी इस वर्ष लक्ष्य से अधिक की गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।