परमाणु समझौता बुश प्रशासन के लिए बेहद महत्वपूर्ण : अमेरिका
वाशिंगटन, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश भारत के साथ परमाणु समझौते को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानते हैं और वह चाहते हैं कि यह समझौता उनके कार्यकाल में ही मूर्त रूप ले ले।
वाशिंगटन, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति जार्ज बुश भारत के साथ परमाणु समझौते को अपनी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानते हैं और वह चाहते हैं कि यह समझौता उनके कार्यकाल में ही मूर्त रूप ले ले।
इसीलिए ह्वाइट हाउस की प्रेस प्रवक्ता डाना पेरिनो ने कहा है कि अमेरिका भारत के साथ हुए परमाणु समझौते को अपने लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानता है और भारत में कुछ दलों के लगातार विरोध के बावजूद वह कभी उसे रद्द घोषित नहीं करेगा।
पेरिनो ने कहा, "मैं याद दिलाना चाहती हूं कि यह समझौता अभी रद्द नहीं हुआ है। हम कभी ऐसा कह भी नहीं सकते क्योंकि यह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।"
पेरिनो ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अभी भी भारत में समस्या को हल करने के लिए बातचीत चल रही है।
उधर, अमेरिका के उपविदेश मंत्री जान डी. नेग्रोपोंटे ने शुक्रवार को कहा, "यदि भारत सरकार इस समझौते को स्वीकार कर लेती है तो इसे लागू करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) और 'परमाणु आपूर्ति समूह' (एनएसजी) के साथ समझौता बाकी रह जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह तो फिर भी आसान है। मुख्य समस्या तो भारत में समझौते का हो रहा विरोध है। उसके दूर होने के बाद ही इस मामले में कोई तरक्की हो सकती है।"
गौरतलब है कि इस समझौते को मंजूरी तभी मिल सकती है जब अमेरिकी कांग्रेस इसे अपनी स्वीकृति प्रदान कर दे और भारत सरकार भी आईएईए और एनएसजी को अपने उन नियमों में परिवर्तन के लिए राजी कर ले जिनके तहत उस पर 1974 के प्रथम परमाणु परीक्षण के बाद से ही नाभिकीय व्यापार पर प्रतिबंध लगाया गया है ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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