संपन्न राज्यों में घटते लिंग अनुपात पर पीएम ने जताई चिंता
नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज गुजरात, पंजाब और दिल्ली जैसे संपन्न राज्यों में घटते लिंग अनुपात पर चिंता व्यक्त की। साथ ही उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या को 'अमानवीय और असामाजिक' करार दिया।
प्रधानमंत्री ने 'सेव द गर्ल चाइल्ड' (कन्या बचाओ) पर सम्मेलन में कहा, "पिछले चार दशकों से छह वर्ष तक के आयु वर्ग में लिंग अनुपात में लगातार कमी देखी जा रही है। 1981 में प्रति हजार लड़कों पर 962 लड़कियों की दर 2001 में 927 तक पहुंच चुकी है।"
उन्होंने कहा, "देश के कुछ संपन्न राज्यों में यह समस्या अधिक गंभीर है। 2001 की गणना के अनुसार पंजाब में यह दर प्रति हजार लड़कों पर 798, हरियाणा में 819, दिल्ली में 868 और गुजरात में 883 लड़कियों की है।"
प्रधानमंत्री के अनुसार आर्थिक संपन्नता और शैक्षिक स्तर में सुधार से भी इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
उन्होंने इसके लिए निरक्षरता, बाल विवाह और शीघ्र विवाह, दहेज, कुपोषण और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के प्रति गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार जैसे कारणों को भी दोष दिया।
प्रधानमंत्री के कहा कि समाज में फैली सामंती मानसिकता और पुत्र की चाह कन्याओं के लिए सबसे ज्यादा घातक साबित होती है। उनके अनुसार हमारे समाज में कन्याओं के प्रति भेदभाव उनके पैदा होने से पहले ही शुरू हो जाता है।
उन्होंने कन्या भ्रूण हत्या को सबसे "अमानवीय, असामाजिक और निंदनीय" परंपरा बताया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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