मलेशियाई भारतीयों में विवाह पूर्व गर्भधारण के मामले अधिक
कुआलालंपुर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। मलेशिया में भारतीय मूल के लोगों में बढ़ती तलाक, किशोरावस्था में घर छोड़ने की प्रवृति, विवाह पूर्व गर्भधारण, आत्महत्या जैसी चीजें सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है।
ये बातें मलेशियन इंडियन कांग्रेस (एमआईसी) की महिला शाखा की नेता उषा नानधिनी जयाराम ने कही। उन्होंने कहा कि भारतीय मूल के लोगों को इन समस्याओं से मुक्त कराने के लिए सहायता प्रदान करने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि प्यार या विवाह में असफल होने पर आत्महत्या करने वाली भारतीय मूल की महिलाओं पर किसी भी प्रकार का आरोप नहीं लगाना चाहिए। एमआईसी के पार्टी मुख्यालय में रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में जयाराम ने ये बातें कही।
'लव एट ए यंग एज' नामक एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि युवावर्ग को ध्यान में रखकर जागरूकता प्रसारित करने के लिए कार्यक्रम आयोजित करनी चाहिए। मलेशियाई समाचारपत्र 'न्यू स्ट्रेट्स टाइम्स' ने सोमवार को इस संबंध में रिपोर्ट प्रकाशित की है।
जयाराम ने कहा, "समाज में इस प्रकार की होने वाली घटनाओं को सभी स्वीकार कर रहे हैं। हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।" गौरतलब है कि मलेशिया में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 26 लाख है जिसमें तमिलों की संख्या सबसे अधिक है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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