श्रीलंका के उत्तर-पूर्वी इलाके में लिट्टे का हवाई हमला (लीड)
कोलंबो, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीलंका के विद्रोही संगठन 'लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम' (लिट्टे) के दो विमानों ने देश के दक्षिण पूर्वी इलाके में सेना के ठिकानों पर हमला कर दिया। सैन्य सूत्रों ने बताया कि जान-माल के किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
कोलंबो, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। श्रीलंका के विद्रोही संगठन 'लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम' (लिट्टे) के दो विमानों ने देश के दक्षिण पूर्वी इलाके में सेना के ठिकानों पर हमला कर दिया। सैन्य सूत्रों ने बताया कि जान-माल के किसी तरह के नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
सैन्य सूत्रों के अनुसार यह हमला रविवार को तड़के किया गया।
श्रीलंकाई सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर उदय नानायक्कारारा ने आईएएनएस से कहा, "रविवार की भोर में एक बजकर 43 मिनट पर लिट्टे के दो विमानों ने वेली ओया के सैन्य ठिकाने पर तीन बम गिराए। इस हमले में किसी के घायल होने का समाचार नहीं मिले हैं।"
हमले के बाद लिट्टे के विमान सुरक्षित अपने गुप्त ठिकानों पर लौट गए।
ब्रिगेडियर उदय ने बताया कि क्षेत्र में हुई जमीनी लड़ाई में लिट्टे के 22 लड़ाके और सेना के सात जवान मारे गए।
इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा था कि सेना के राडारों ने रविवार की भोर में वेली-ओया क्षेत्र में लिट्टे के दो हल्के विमानों का पता लगाया था। इसके तुरंत बाद ही सेना के विमानों ने उस दिशा में रुख किया लेकिन लिट्टे के घुसपैठिए विमान लौट गए।
लिट्टे का यह हवाई हमला सेना के उस दावे के 24 घंटे के भीतर आया है जिसमें उसने कहा था कि उसके सुपरसोनिक विमानों ने वेली-ओया के उत्तर में लिट्टे के अड्डों पर हमला किया था।
गौरतलब है कि लिट्टे के पास अज्ञात संख्या में जिल्न जेड-143 विमान हैं जो चेक गणराज्य में निर्मित हैं। इनकी मदद से लिट्टे ने पिछले अक्टूबर तक श्रीलंका के सैन्य और आर्थिक ठिकानों पर पांच हवाई हमले किए थे।
श्रीलंका ने शुक्रवार को दावा किया था कि उसके सैनिकों ने मन्नार जिले में कैथोलिका चर्च को तमिल विद्रोहियों से छीन लिया है।
इससे पहले बुधवार को देश के उत्तरी इलाके में दोनों पक्षों के बीच हुई भारी लड़ाई में 150 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक घायल हो गए थे। बीते शुक्रवार को कोलंबो के बाहरी इलाके पिलियांताला में एक बस में हुए एक शक्तिशाली बम विस्फोट में 26 लोग मारे गए थे और 60 अन्य घायल हो गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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