मध्यप्रदेश में बंटने लगा गरीबों को सस्ता अनाज
भोपाल, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्यप्रदेश में गरीबों को सस्ता अनाज बांटने की मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना का आज आगाज हो गया। भोपाल के लाल परेड मैदान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता वेंकैया नायडू और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उपभोक्ता जागरण शिविर में इस योजना की शुरूआत की।
दोनों नेताओं ने महंगाई के दौर में इस योजना को गरीब जनता के लिए वरदान करार दिया।
इस मौके पर नायडू ने रियायती दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने को जनोपयोगी और महत्वपूर्ण योजना बताया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि केन्द्र में भाजपा की सरकार आने पर उनका दल संविधान में संशोधन कर इस योजना को पूरे देश में लागू करेगा।
उन्होंने अन्य राज्यों को भी सलाह दी कि वह इस योजना को अपने प्रदेशों में लागू करें। नायडू ने केन्द्र सरकार पर मध्यप्रदेश के साथ भेदभाव बरतने का आरोप लगाया और उसकी निन्दा भी की।
मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को तीन रुपए किलो की दर से गेहूं और साढ़े चार रुपए किलों की दर से चावल दिया जाएगा। प्रत्येक परिवार को प्रति माह 20 किलो खाद्यान्न दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अन्नपूर्णा योजना के शुभारंभ अवसर पर प्रदेश की सरकार को गरीबों की हितैषी सरकार बताया। उनका मानना है कि महंगाई के इस दौर में इस योजना से गरीबों को राहत मिलेगी।
उनकी कोशिश हर परिवार को प्रति माह 35 किलो ग्राम अनाज दिलाने की है मगर केंद्र से जरूरत के अनुसार कोटा आवंटित न होने के कारण वे ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। दूसरी ओर किसानों की समस्या के निपटारे के लिए भी उनके द्वारा प्रयास किये जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की अनेक मंडियों और गेहूं खरीद केन्द्रों का आकस्मिक निरीक्षण कर किसान विरोधी प्रयासों को नियंत्रित करने की कोशिश की गई।
अन्नपूर्णा योजना के शुभारंभ समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, पूर्व मुख्यमंत्री व मौजूदा सांसद कैलाश जोशी, मंत्रिपरिषद के सदस्य बाबूलाल गौर, गौरी शंकर शेजवार, कमल पटेल, नरोत्तम मिश्रा, अखंड प्रताप सिंह, राघवजी सहित कई विधायक और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे।
योजना के शुभारंभ मौके पर आए हुए गरीब परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई थी। भोजन पैकेट पाने की चाहत में काफी अव्यवस्था फैली और कई लोगों में मारपीट तक हो गई। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।