पांच साल की उम्र में 100 योगासन!
पटना, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार के खगड़िया जिले में रहने वाली श्रेया ने पुरानी कहावत 'होनहार बिरवान के होत चिकने पात' को चरितार्थ किया है। उसने पांच वर्ष की उम्र में 100 से ज्यादा योगासन करते हुए सबों को आश्चर्यचकित कर दिया।
जिस उम्र में बच्चे अ, आ, इ, ई एवं ए, बी, सी, डी सीखने में अपना समय लगाते हैं, उसी उम्र में श्रेया 100 से ज्यादा योगासन आसानी से कर लेती है और इसके अभ्यास में घंटों समय लगाती है। श्रेया की इस उपलब्धि को देखते हुए उसे कई सम्मान मिल चुके हैं।
दो वर्ष पूर्व युवा महोत्सव में श्रेया को पहली बार योग करते देख बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उसे सम्मानित किया था। सम्मान का सिलसिला एक बार जो चला वह अब भी जारी है।
श्रेया के योग गुरु और उसके पिता महेन्द्र त्यागी ने कहा कि बाबा रामदेव ने जब श्रेया की योग कला देखी तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि इतनी छोटी बच्ची कठिन आसनों को इतनी सरलता से कर लेती है। बाबा ने सार्वजनिक मंच से श्रेया को सम्मानित किया तथा उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।
श्रेया को भारत सरकार की तरफ से प्रतिवर्ष दिए जाने वाले बाल पुरस्कार प्राप्त करने का भी गौरव हासिल है। गौरतलब है कि वह सबसे कम उम्र की बाल पुरस्कार विजेता है। श्रेया की इच्छा भविष्य में योग के माध्यम से रोगों को दूर भगाने का अभियान चलाने की है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।