बसपा का कोई विधायक लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगा : मायावती
लखनऊ, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि बसपा का कोई विधायक लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेगा। उन्होंने कहा कि बसपा के जिला अध्यक्ष से नीचे का कोई नेता और कार्यकर्ता पार्टी का झंडा नहीं लगा पाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कैबिनेट मंत्री क़े क़े गौतम से इस्तीफा देने के लिए कहा और राजपाल त्यागी को मंत्री बनाए जाने की घोषणा की।
महत्वपूर्ण निर्णयों की कड़ी में मायावती ने यह भी घोषणा की कि अब बसपा का जिला अध्यक्ष अनिवार्य रूप से दलित नहीं होगा और जिला अध्यक्ष और महामंत्री में से केवल एक ही दलित वर्ग से होगा। गौरतलब है कि बसपा की स्थापना के बाद से अब तक पार्टी का जिला अध्यक्ष अनिवार्य रूप से दलित वह भी जाटव समुदाय का ही होता आया है।
आज मायावती ने पार्टी विधायकों, सांसदों और चुनाव संचालकों की बैठक बुलाई थी। सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री के तेवर तीखे थे और उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में जिस विधानसभा क्षेत्र में बसपा को कम वोट मिलेंगे वहां के विधायक का टिकट काट दिया जाएगा।
विधायकों पर बरसते हुए उन्होंने कहा कि वे सब मालामाल होना चाहते हैं और मंत्रियों पर दबाव बनाकर काम कराते हैं। मायावती ने कहा, "उन्हें तो इतनी बड़ी पार्टी चलानी है तो वह क्या करें।" उन्होंने पार्टी में आर्थिक रूप से संपन्न लोगों से पार्टी को चलाने के लिए आर्थिक सहयोग देने की अपील की।
मायवती ने कहा, "तमाम अपराधी बसपा का झंडा लगाकर घूम रहे हैं। इन सभी लोगों का ठीक कर दिया जाएगा।" उन्होंने कहा कि अब से सांसद, विधायक, मंत्री, मंत्री का दर्जा प्राप्त निगम अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष, पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष के अलावा कोई भी अपनी गाड़ी पर पार्टी का झंडा नही लगाएगा।
मायावती ने कहा कि कृषि शिक्षा मंत्री क़े क़े गौतम इस्तीफा दे देंगे और हाल ही में गाजियाबाद की मुरादनगर सीट से चुनकर आए राजपाल त्यागी को मंत्री बनाया जाएगा। विधान परिषद सदस्य गौतम को आगामी लोकसभा चुनाव में मछलीशहर सीट से प्रत्याशी बनाया जाना है और इसीलिए उनसे इस्तीफा लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने आजमगढ़ की अतरौलिया सीट के विधायक सुरेन्द्र मिश्रा और बस्ती की रामनगर सीट के विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी को उनके व्यवहार के लिए कड़ी फटकार भी लगाई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।