ग्रीनहाउस गैस में कमी लाने वाली तकनीक के ईजाद का दावा
वाशिंगटन, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। न्यूकैसल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने ग्रीनहाउस गैस में कमी लाने वाली एक तकनीक ईजाद की है।
न्यूकैसल विश्वविद्यालय में माइकल नार्थ के नेतृत्व में किए गए एक शोध में कार्बन डाइआक्साइड (सीओ2) को रासायनिक यौगिकों 'चक्रीय काबरेनेट्स' में तब्दील करने में सफलता पाई गई है।
टीम के एक आकलन के मुताबिक इस तकनीक में इतनी क्षमता है कि ब्रिटेन द्वारा प्रत्येक साल उत्सर्जित की जा रही कार्बन डाइआक्साइड में चार फीसदी तक की कमी की जा सकती है।
इस तकनीक से चक्रीय काबरेनेटों का इस्तेमाल प्राकृतिक रूप से सड़नशील डिब्बों जैसे कई उत्पादों के निर्माण में किया जा सकता है।
चक्रीय काबरेनेटों में इतनी ऊर्जा है कि इनका इस्तेमाल पेट्रोल की क्षमताओं को बढ़ाने में किया जा सकता है और उत्सर्जित होने वाली कार्बन डाईआक्साइड की मात्राओं में भी कमी लाई जा सकती है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि कार्बन डाईआक्साइड से चक्रीय काबरेनेटों में तब्दील करने की तकनीक उत्प्रेरक पर निर्भर करती है। यह उत्प्रेरक अवशिष्ट सीओ2 और इपोक्साइड से रासायनिक प्रतिक्रिया करता है और इसे चक्रीय काबरेनेटों में बदल देता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।