सीरिया अपने परमाणु कार्यक्रमों के बारे में दुनिया को बताए : अमेरिका
वाशिंगटन, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिका ने सीरिया पर गुप्त रूप से परमाणु कार्यक्रम चलाने का आरोप लगाते हुए कहा है कि वह जल्द से जल्द अपने परमाणु कार्यक्रम को दुनिया के सामने लाए।
अमेरिका का कहना है कि सीरिया में एक परमाणु रिएक्टर था जो पिछले साल इजरायल द्वारा किए गए एक हवाई हमले में नष्ट हो गया। उसका मानना है कि यह रिएक्टर घातक हथियारों के निर्माण के लिए बनाया गया था।
ह्वाइट हाउस की प्रवक्ता डैना पेरिनो ने गुरुवार को एक वक्तव्य में कहा, "हमें पूरा यकीन है कि इन गुप्त परमाणु गतिविधियों को उत्तरी कोरिया की मदद से चलाया जा रहा था। इस वजह से हमें यकीन हो गया है कि यह रिएक्टर शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए तो कतई नहीं था।"
ह्वाइट हाउस का यह बयान उस घटना के बाद आया है जिसमें अमेरिकी खुफिया एजेंसी 'सीआईए' ने संसद सदस्यों को कुछ ऐसे चित्र दिखाए थे जिनसे इस बात की पुष्टि होती थी कि सीरिया में एक परमाणु रिएक्टर है जिसमें उत्तर कोरियाई नागरिक काम कर रहे हैं।
पेरिनो ने कहा कि हमने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी को इस संबंध में सारी जानकारियां सौंप दी हैं और सीरिया से कहा है कि वह अपने गोपनीय परमाणु कार्यक्रम को दुनिया के सामने लाए।
अमेरिकी वक्तव्य के तुरंत बाद सीरिया के राजदूत इमाद मुस्तफा ने अमेरिकी सरकार के वक्तव्य की निंदा करते हुए सवाल उठाया कि ऐसे ही अमेरिका ने इराक में भी घातक हथियार होने का दावा किया था।
समाचार एजेंसी डीपीए के अनुसार मुस्तफा ने कहा, "मैं आशा करता हूं कि अमेरिकी नागरिक इस बार अपनी सरकार के झांसे में नहीं आएंगे, जैसे कि वे इराक युद्ध के समय आ गए थे।"
मुस्तफा ने आरोपों को मूखर्तापूर्ण बताते हुए कहा कि इजरायल द्वारा जिस जगह पर आक्रमण किया गया था वह सेना द्वारा खाली किया गया भवन था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।