धरती पर सबसे अधिक प्रदूषण फैलाते हैं कनाडा के लोग
टोरंटो , 23 अप्रैल (आईएएनएस)। पिछले महीने 29 मार्च को 'अर्थ आवर' के मौके पर कनाडावासियों ने भले ही काफी जागरूकता का परिचय दिया हो लेकिन नए अध्ययनों के अनुसार कनाडावासी विश्व में सबसे अधिक प्रदूषण फैलाते हैं।
टोरंटो , 23 अप्रैल (आईएएनएस)। पिछले महीने 29 मार्च को 'अर्थ आवर' के मौके पर कनाडावासियों ने भले ही काफी जागरूकता का परिचय दिया हो लेकिन नए अध्ययनों के अनुसार कनाडावासी विश्व में सबसे अधिक प्रदूषण फैलाते हैं।
दुनिया भर के 24 शहरों ने 29 मार्च को कार्बन उत्सर्जन कम करने और ऊर्जा बचाने के लिए रात 8 बजे से एक घंटे तक बिजली के सभी उपकरणों को बंद कर दिया था।
मंगलवार को जारी एक नए अध्ययन के अनुसार कनाडा प्रति व्यक्ति प्रदूषण फैलाने में आस्ट्रेलिया और अमेरिका के बाद तीसरे स्थान पर है। गौरतलब है कि कनाडा विश्व ग्रीन अभियान का जनक है।
अध्ययन के अनुसार हर कनाडावासी ने 2005 में 23 टन ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन किया। अमेरिका में यह मात्रा प्रति व्यक्ति 24.4 टन और आस्ट्रेलिया में 27.7 टन है।
यह मात्रा अन्य विकसित देशों जैसे जर्मनी (12.1टन), ब्रिटेन (10.9 टन), जापान (10.6टन), और फ्रांस (9.2टन ) की तुलना में काफी अधिक है।
केवल 2005 में कनाडावासियों ने 747 मेगा टन कार्बन डाईआक्साइड के बराबर ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन किया। एक मेगाटन 10 लाख टन के बराबर है।
अध्ययन के अनुसार मध्यम आकार की कार 5000 किलोमीटर चलने पर एक टन कार्बन का उत्सर्जन करती है।
रिपोर्ट के अनुसार विश्व की केवल 0.5 प्रतिशत कनाडाई आबादी कुल 2 फीसदी प्रदूषण पैदा करती है।
प्राकृतिक संसाधनों की बहुलता और ठंडा प्रदेश होने के कारण 1990 के बाद कनाडा के ग्रीन हाउस उत्सर्जन की दर में 25 फीसदी की वृद्धि हुई है।
इसके कारण 1948 के तापमान से 2007 के वार्षिक तापमान में 1.4 सेल्सियस की वृद्धि हो चुकी है।
कनाडा ने 2020 तक अपने यहां उम्सर्जन की मात्रा में 20 प्रतिशत की कटौती करने का लक्ष्य रखा है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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