राष्ट्रपति को चिली में मिला 'एक और भारत'
सेंटियागो(चिली), 23 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल जब चिली के एक छोटे से स्कूल में पहुंचीं तो एक बार तो उन्हें लगा कि जैसे वह भारत आ गई हैं।
सेंटियागो(चिली), 23 अप्रैल (आईएएनएस)। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल जब चिली के एक छोटे से स्कूल में पहुंचीं तो एक बार तो उन्हें लगा कि जैसे वह भारत आ गई हैं।
जामिन एंड्राले नामक 11 वर्षीय स्पेनिश मूल की बच्ची भारत के बारे में नहीं जानती लेकिन वह रोज सबेरे भारत का राष्ट्रगीत 'जन गण मन' जरूर गाती है।
राजधानी सेंटियागो के बाहरी इलाके में स्थित एक छोटे से स्कूल 'दी इस्कुएला रिपब्लिका डी ला इंडिया' में जामिन जैसे 789 और बच्चे रोज यह काम करते हैं जिस पर किसी भी भारतीय को गर्व हो सकता है।
गौरतलब है कि इस स्कूल में भारतीय मूल का कोई विद्यार्थी नहीं है लेकिन सारे विद्यार्थियों की पोशाक पर भारत और चिली के झंडे बने रहते हैं। यहां तक कि कक्षाएं भी ताजमहल, हाथी और ओम जैसे भारतीय प्रतीकों से भरी रहती हैं।
पाटिल को जब इस स्कूल के बारे में पता चला तो वह सुरक्षा अधिकारियों की राय को ठुकराते हुए वहां पहुंच गईं। उनके वहां पहुंचते ही भारत और चिली के झंडे लिए उनके स्वागत के लिए खड़े बच्चों में उनके साथ फोटो ख्िंाचवाने की होड़ लग गई।
वहां उन्होंने कहा, "प्रतिदिन भारत का राष्ट्रगीत गाकर बच्चे भारत की संस्कृति के प्रति जो सम्मान प्रकट कर रहे हैं उसकी हम सराहना करते हैं।"
सन 1940 में स्थापित इस स्कूल को भारतीय दूतावास से हुए एक समझौते के बाद रिपब्लिका आफ इंडिया का नाम दिया गया।
चिली में भारतीय राजदूत सुष्मिता गांगुली ने बताया कि भारत सरकार द्वारा हर वर्ष स्कूल को 1250 डालर का अनुदान दिया जाता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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