पंजाब की अनाज मंडियों में गेहूं की बहुतायत
खन्ना (पंजाब), 23 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब में गेहूं के रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन से राज्य की अनाज मंडियों में गेहूं की बहुतायत हो गई है। उम्मीद से अधिक फसल के आ पहुंचने से मंडियों में अव्यवस्था की स्थिति देखने को मिल रही है।
खन्ना (पंजाब), 23 अप्रैल (आईएएनएस)। पंजाब में गेहूं के रिकॉर्ड तोड़ उत्पादन से राज्य की अनाज मंडियों में गेहूं की बहुतायत हो गई है। उम्मीद से अधिक फसल के आ पहुंचने से मंडियों में अव्यवस्था की स्थिति देखने को मिल रही है।
इसको देखते हुए खन्ना सहित संगरूर, बरनाला, रोपड़ और खरार आदि के बाजार कमेटी प्रबंधनों ने भंडार एजेंसियों से अपने स्टॉक जल्दी उठाने को कहा है।
पंजाब सरकार के प्रवक्ता हरचरण बंस के अनुसार, "इस बार गेहूं की फसल पिछले साल के मुकाबले काफी अधिक होगी। खराब मौसम और बरसात के बावजूद इस बार लक्ष्य से अधिक प्राप्ति होगा।"
मौजूदा सत्र में पंजाब सरकार का अस्सी लाख टन गेहूं की प्राप्ति का लक्ष्य है। यह संख्या पिछले वर्ष से कहीं अधिक है।
शनिवार (19 अप्रैल) को राज्य सरकार ने पांच लाख 55 हजार टन गेहूं हासिल किया। रविवार को यह संख्या करीब छह लाख टन थी।
सरकारी एजेंसियों द्वारा अधिकांश खरीद होती देख अधिकांश निजी खरीदारों ने अभी तक बड़े तौर पर खरीद शुरू नहीं की है।
इस बारे में सूत्रों का कहना है, "दस हजार टन से अधिक खरीद करने वाले निजी खरीदार को टैक्स भरना पड़ता है। पंद्रह हजार टन से अधिक खरीदारी करने वाले को पहले सरकार से अनुमति लेनी पड़ती है।"
बंस का कहना है कि सरकार द्वारा कालाबाजारी और जमाखोरी पर सख्ती किए जाने से इस बार निजी खरीद में कमी देखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि इस बार अधिकाधिक खरीद छह सरकारी एजेंसियां कर रही हैं। इसमें भारतीय खाद्यान्न निगम सहित पंजाब सरकार की पांच एजेंसियां हैं।
खरीदार एजेंसियां अभी तक किसानों को 20 अरब रुपए का भुगतान कर चुकी हैं। गौरतलब है कि किसानों को खरीद के 72 घंटे के भीतर भुगतान करना होता है।
इसके अतिरिक्त पंजाब सरकार इस बार की गेहूं की खरीद के लिए करीब 100 अरब रुपए का भुगतान करेगी। रिजर्व बैंक इसके लिए पहले ही राज्य सरकार को भंडारण हेतु 85 अरब रुपए की राशि दे चुका है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।