कच्चा तेल 120 डालर प्रति बैरल के करीब
न्यूयार्क मर्के टाइल एक्सचेंज (नाइमेक्स) में मंगलवार को कच्चा तेल मई वायदा कारोबार के दौरान 119.90 डालर की नई ऊंचाई को छूते हुए अंतत: 119.37 डालर प्रति बैरल पर बंद हुआ। इससे पूर्व नाइमेक्स में सोमवार को क्रूड का मई वायदा 79 सेंट की मजबूती से 117.48 डालर प्रति बैरल पर बंद हुआ था। आईसीई में भी ब्रेंट क्रूड जून वायदा भी 43 सेंट की नरमी से 114.00 डालर प्रति बैरल दर्ज किया गया। इससे पहले कारोबार के दौरान ब्रेंट क्रूड 115.05 डालर प्रति बैरल की रिकार्ड ऊंचाई तक चला गया था।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह नाइजीरिया में तेल आपूर्ति को लेकर जारी संकट है। साथ ही चीन से बढ़ती मांग और कमजोर डालर ने भी कीमतों को उठाने में सहयोग किया है। चीन से प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार मार्च के दौरान यहां कच्चे तेल की मांग में 8 फीसदी की वृद्धि हुई।
नाइजीरिया में एक तो पहले से ही क्षमता से कम तेल की आपूर्ति की जा रही थी दूसरे विद्रोहियों व सैनिकों के बीच जारी सशस्त्र संघर्ष में दो पाइप लाइनों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना के मद्देनजर आपूर्ति में नया व्यवधान आ गया है।
लेकिन कीमतों के लिए इन सकारात्मक खबरों के बीच क्रूड को नकारात्मक संकेतों से भी जूझना पड़ रहा है। बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय के सूचना व प्रशासन विभाग से बुधवार को जारी होने वाले क्रूड इन्वेंटरी आंकड़ों में 15 लाख बैरल की वृद्धि हो सकती है। अगर अमेरिका में क्रूड का स्टाक बढ़ता है तो कीमत 110 डालर प्रति बैरल तक नीचे आ सकती है। पिछल्ले सप्ताह अमेरिका में जारी क्रूड इन्वेंटरी आंकड़ों में अप्रत्याशित तौर पर 23 लाख बैरल की गिरावट दर्ज की गई थी।
निवेशकों की इन सबसे इतर ब्रिटेन स्थित रिफाइनरी में कार्यरत क्षमिकों के द्वारा हड़ताल की धमकी पर भी निगाहे लगी है। अगर श्रमिक हड़ताल पर चले जाते हैं तो कच्चे तेल की कीमतों को और समर्थन मिलेगा।
तकनीकी समीक्षकों का हालांकि मानना है कि बीते छह कारोबारी सत्र में से कुल पांच में तेजी के मद्देनजर तेल की कीमतों में नरमी आ सकती है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।