गंगा को बचाने के लिए नाव यात्रा
पटना, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। बिहार में गंगा नदी के अस्तित्व को बचाने के एक नायाब अभियान के तहत बिहार लोक अधिकार मंच, जन आंदोलन सहित अन्य संगठनों द्वारा 'जलहक नाव यात्रा' शुरू किया गया है। अभियान से जुड़े लोगों का मानना है कि गंगा सिर्फ नदी न होकर संस्कृति भी है। इस तरह वो हमारी मां है और मां की रक्षा हम सबका दायित्व है।
आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए जल श्रमिक संघ के अध्यक्ष देवेन्द्र सहनी ने बताया कि यह यात्रा लोगों को गंगा अस्तित्व रक्षा के लिए जागरुक करने के साथ जल श्रमिकों की आजीविका बचाने, गलत सरकारी नीतियों और बांध-बराज प्रदूषण के कारण सूखती नदियों को लेकर संवाद स्थापित करने की है।
नदी यात्रा में शामिल 'सेंटर फॉर ह्यूमन राइट इंटरनेशनल' के उदय कुमार ने कहा कि यह यात्रा पटना से आरंभ होगी। उसके बाद समस्तीपुर, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर से होते हुए यह यात्रा झारखंड में साहेबगंज, राजमहल व पश्चिम बंगाल के मालदा जिलों के विभिन्न घाटों पर होगी। यहां पर सेमिनार और बैठकें होंगी और उसके बाद यह यात्रा 30 अप्रैल, 2008 को फरक्का, पश्चिम बंगाल में संपन्न होगी।
लोक अधिकार मंच के रमण कुमार ने कहा कि सच्चाई यह है कि प्रदूषण के कारण गंगा की जैव विविधता नष्ट होती जा रही है और सरकार की गलत नीतियों के कारण इसमें कमी नहीं आ रही है। उन्होंने गंगा को बचाने के लिए आम आदमी के सामने आने की बात भी कही।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।