पीएम की सुरक्षा में वायुसेना की सेंध
हालांकि इस मामले कोई भी संस्था जिम्मेदारी लेने के लिए सामने नहीं आ रही है और विभिन्न स्रातों से मिल रही खबरों के मुताबिक अब इस गंभीर मसले पर आरोप-प्रत्यारोप की छीछालेदर शुरू हो गई है।
एएआई ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा कि रडार में जो विमान उभरता दिखाई दिया है, वह भारतीय वायुसेना का डोर्नियर विमान है। यही विमान प्रधानमंत्री के सुरक्षा बेड़े में प्रवेश कर गया था जबकि इस विमान को वीवीआईपी रूट में जाने की पात्रता नहीं है।
इसके जवाब में भारतीय वायुसेना ने एएआई की रिपोर्ट को गलत करार देते हुए कहा है कि उसका कोई विमान प्रधानमंत्री की सुरक्षा को तोड़ने में शामिल नहीं है। वायुसेना ने साफ तौर कहा है कि जो विमान चित्र उभरता दिखाई दिया है, वह उसका नहीं है।
दूसरी तरफ, डीजीसीए ने अपने स्पष्टीकरण में कहा है कि गलती से विमान सुरक्षा दायरे में आ गया जिसके कारण प्रधानमंत्री का विमान करीब 20 मिनट तक हवा में चक्कर काटता रहा। डीजीसीए ने ठीक से संवाद स्थापित न होने के कारण ऐसा होना स्वीकारा है।