बेटा पैदा करना है तो पौष्टिक खाना खाइए
लंदन, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। भला किसी महिला के खाने-पीने का उसकी संतान के लिंग से क्या संबंध हो सकता है? लेकिन नहीं ऐसा वाकई में होता है और ब्रिटेन के एक्सेटर विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इन दोनों के बीच के संबंधों का रहस्य खोज निकाला है।
इस अध्ययन के बाद यह समझने में मदद मिल सकती है कि क्यों अमेरिका और ब्रिटेन जैसे औद्योगिक देशों में लड़कों की जन्म दर में गिरावट आ रही है।
शोध के दौरान ब्रिटेन में 740 ऐसी महिलाओं का अध्ययन किया गया जो पहली बार गर्भवती हुई थीं और जिन्हें अपने भ्रूण का लिंग पता नहीं था। उन महिलाओं से कहा गया कि वे अपने गर्भवती होने के पहले और तुरंत बाद की अपनी खान पान की आदतों का ब्यौरा उपलब्ध कराएं।
इसके बाद महिलाओं को उनके द्वारा ग्रहण की गई कैलोरी के आधार पर तीन वर्गो में बांटा गया। इस अध्ययन के निष्कर्ष बड़े रोचक थे। पाया गया कि ऐसी महिलाएं जो रोजाना नाश्ता करती हैं और ज्यादा कैलोरी और उच्च पोषण वाला भोजन करती हैं ऐसी अधिकतर महिलाओं ने बेटों को जन्म दिया।
अध्ययन की सह लेखक फिओना मैथ्यूज ने कहा, "इस शोध से यह पता लगाया जा सकता है कि क्यों विकसित देशों में जहां महिलाएं कम कैलोरी वाला खाना खाती हैं लड़कों के पैदा होने की दर कम होती जा रही है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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