नाजुक त्वचा की रक्षा के लिए पहनें आरामदेह कपड़े
नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। एक बार फिर से गर्मी परेशान करने लगी है। इन गर्म थपेड़ों से बचने के लिए कपड़े ऐसे पहनें जो त्वचा का खास ख्याल रख सके। ऐसे में सूती से बेहतर भला और क्या हो सकता है!
नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। एक बार फिर से गर्मी परेशान करने लगी है। इन गर्म थपेड़ों से बचने के लिए कपड़े ऐसे पहनें जो त्वचा का खास ख्याल रख सके। ऐसे में सूती से बेहतर भला और क्या हो सकता है!
'काया स्किन क्लिनिक' की त्वचा विशेषज्ञ हेमा पंत बताती हैं, "प्राकृतिक रेशे से बने सूती कपड़े शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाते। संवेदनशील और नाजुक त्वचा वालों के लिए यह पूरी तरह फिट कही जा सकती है।"
'कॉटन काउंसिल इंटरनेशनल' में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले आशीष धीर कहते हैं, "पोलिस्टर के कपड़े मॉयस्चर का ध्यान नहीं रखते। लेकिन सूती से सस्ती और हल्की होने के कारण इसकी बिक्री ज्यादा है।"
पंत कहती हैं, "पोलिस्टर पसीने को कपड़े के अंदर बुरी तरह से जकड़े रखते हैं। उनके लिए यह बिल्कुल भी सही नहीं होता जिन्हें पसीने से जुड़ी परेशानियां रहती हों।"
आईएएनएस से बातचीत में नाइकी स्पोर्ट्सवेयर ब्रांड के मार्केटिंग निर्देशक संजय गंगोपाध्याय ने बताया, "ड्राई फिट कपड़े पोली-माइक्रो-फाइबर के बने होते हैं। ये त्वचा से चिपक जाते हैं और उसे अच्छी तरह सांस लेने से रोकते हैं। इन कपड़ों के पसीना सोखने लायक बनाने की कोकिश की जाती है।"
उन्होंने बताया कि इसे कम वजन के लिए हल्के रूप में तैयार करने की कोशिश की जाती है।
फैशन डिजाइनर चारु पाराशर ने बताया कि सूती के मुकाबले अन्य कपड़ों को लोग सिर्फ इसलिए लेना चाहते हैं क्योंकि उनकी फिटिंग बेहतर होती है।
वह कहती हैं, "जिम के दौरान लोग ऐसे ही कपड़े पहनना चाहते हैं जो उन्हें बिल्कुल फिट दिखाए। लाइक्रा शरीर के शेप के अनुसार आसानी से खिंच जाता है। यही कारण है कि हेल्थ से जुड़े लोगों को यह रिझाता है।"
फैशन डिजाइनर बॉबी ग्रोवर बताते हैं, "ऐसे कपड़े फिट आते हैं इसलिए सिंथेटिक ट्रैक पेंट के साथ व्यायाम के दौरान हम कॉटन टी-शर्ट पहनना पसंद करते हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।