मुंडे ने इस्तीफा वापस लिया,खेद जताया (लीड)
नई दिल्ली, 22 अप्रैल (आईएएनएस)। महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री गोपीनाथ मुंडे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं से लंबी बातचीत के बाद आज पार्टी के पदों से अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। मुंबई नगर अध्यक्ष पद पर मधु चव्हाण की नियुक्ति से नाराज मुंडे ने रविवार को भाजपा संगठन के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। मुंडे ने इस पूरे प्रकरण के लिए खेद भी व्यक्त किया।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह के आवास पर इस्तीफा वापस लेने की घोषणा करते हुए मुंडे ने कहा, "नेता प्रतिपक्ष लालकृष्ण आडवाणी, पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और पूर्व पार्टी अध्यक्ष वेंकैया नायडू से मेरी सभी विषयों पर चर्चा हुई। मेरी समस्या का समाधान हुआ है इसलिए मै इस्तीफा वापस लेता हूं।"
उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा दिए गए दायित्व को मै आगे भी ईमानदारी से निभाता रहूंगा।
मुंडे ने कहा कि जब मेरी आडवाणी से बात हुई तो उन्होंने कहा, "दिल में यदि बातें थी तो पार्टी फोरम पर कहनी चाहिए थी न कि इस प्रकार सार्वजनिक रूप से। मैं आपकी बात सुनता।"
मुंडे ने कहा कि मुझे आडवाणी की भावना उचित लगी और इसलिए मै बातचीत के लिए दिल्ली आया। उन्होंने इस पूरे प्रकरण पर खेद जताते हुए कहा, "मैं ऐसा नहीं करता तो अच्छा होता।"
महाराष्ट्र प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नितिन गड़करी ने इस मौके पर कहा, "मुंडे हमारे नेता हैं और हम सभी कार्यकर्ताओं को उनके नेतृत्व में विश्वास है। महाराष्ट्र का अगला चुनाव हम उन्हीं के नेतृत्व में लड़ेंगे।"
महाराष्ट्र भाजपा में उठे इस तूफान को थामने के लिए पार्टी नेताओं को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शरण में भी जाना पड़ा। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाल आप्टे ने आज सुबह संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी से भेंट की।
इससे पहले, आडवाणी के सरकारी निवास पर आज सुबह से ही बैठकों को दौर चलता रहा। महाराष्ट्र भाजपा के सभी दिग्गज नेता, विधायक, सांसद व पार्टी पदाधिकारी भी आज दिल्ली में ही मौजूद थे। बैठकों का दौर समाप्त होने के बाद मुंडे ने महाराष्ट्र के नेताओं के साथ राजनाथ सिंह से भेंट की और फिर इस्तीफा वापस लेने की घोषणा की। संसद भवन में भी महाराष्ट्र के सभी सांसदों ने आडवाणी से मुलाकात की और उनसे इस मामले को जल्द से जल्द निपटाने का आग्रह किया।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।