बिहारः भाजपा में कलह और तेज हुई
काफी मान-मनौव्वल के बाद शनिवार देर रात भागलपुर के विधायक अश्विनी कुमार चौबे ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के मंत्री का पद जरूर संभाल लिया है लेकिन माना जा रहा है कि यह फैसला उन्होंने केंद्रीय नेतृत्व के दबाव में आकर लिया है। फिलहाल पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोपाल नारायण सिंह व विधायक रामप्रीत पासवान ने प्रदेश नेतृत्व और उपमुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
विधायक रामप्रीत पासवान ने कहा, "केंद्रीय नेतृत्व को एक चिंतन शिविर का आयोजन करना चाहिए तभी इस स्थिति से भाजपा निकल सकती है।" पासवान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि सुशील मोदी और प्रदेश अध्यक्ष राधामोहन सिंह की जोड़ी को तोड़कर ही इस ताजा बवंडर को शांत किया जा सकता है।
उन्होंने कहा ,'' मैं इस मामले पर बोलना नहीं चाह रहा था परंतु पार्टी हित में बोलना पड़ रहा है। '' इस बीच पार्टी प्रवक्ता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के पटना पहुंचने से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार सरकार में पार्टी नेतृत्व से खफा विधायकों में रामेश्वर चौरसिया, बालेश्वर सिंह भारती, अवनीश सिंह, ताराकांत झा, अमरेंद्र प्रताप, डा. हरि मांझी जैसे कई नेता शामिल हैं।
इंडो-एशियन
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