अब विज्ञापन सुनने के मिलेंगे पैसे
चेन्नई स्थित 'एयरवॉयस इंफोकॉम प्राइवेट लिमिटेड' बाजार में एक ऐसा सोफ्टवेयर उतार रही हैं जो मोबाइल उपभोक्ताओं को विज्ञापन सुनने पर मालामाल करने की योजना तैयार कर रही है।
आईएएनएस से बातचीत में एयरवॉयस के सीईओ आर. अय्यपन ने बताया, "जून-जुलाई के महीने में मोबाइल फोन सेवा प्रदाता कंपनी भारती एयरटेल लिमिटेड सॉफ्टवेयर 'हैपएड' की जांच शुरू करने वाली है। इसकी प्रतिक्रिया देखकर ही अन्य टेलीकॉम विभाग इसे अपनाने पर विचार करेंगे।"
कॉल करते समय उपभोक्ता यह तय कर सकेंगे कि कॉल से जुड़ने से पहले वे 20 सेकेंड का विज्ञापन सुनना चाहते हैं या नहीं। उपभोक्ता किस तरह के और कितने देर के विज्ञापन को सुनना चाहेंगे यह उनपर निर्भर करेगा।
अय्यपा बताते हैं, "कंपनी अपने उपभोक्ताओं को किस तरह का ईनाम देना चाहती है, यह पूरी तरह उस पर निर्भर होगा। टॉकटाइम बढ़ाने, कैश वापिस करने या फिर बिल में छूट देने जैसी कई योजनाएं वह तैयार कर सकेंगी।"
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले चार वर्षो में मोबाइल विज्ञापन का सबसे बड़ा माध्यम होगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।