हिमाचल से बिजली न मिलने से उप्र की मुश्किलें बढ़ीं
लखनऊ, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। गर्मियों में बिजली की किल्लत से राहत के लिए उत्तर प्रदेश विद्युत निगम ने पिछले महीने हिमाचल प्रदेश के साथ करार किया था। लेकिन करार के मुताबिक बिजली न मिल पाने की वजह से प्रदेश की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार बिजली आपूर्ति की बदतर स्थिति को देखते हुए राज्य विद्युत निगम, रिलायंस और अडानी जैसे निजी बिजली उत्पादक कंपनियों से बिजली के लिए सम्पर्क साध रहा है, लेकिन कहीं से सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहे हैं।
गर्मी में उपभोक्ताओं को जरूरत भर बिजली मुहैया कराने की विद्युत निगम की रणनीति ध्वस्त होती नजर आ रही है। हिमाचल से मिलने वाली बिजली के बलबूते निगम ने अप्रैल से सितंबर तक बिजली आपूर्ति पटरी पर रखने की रणनीति बनाई थी।
पिछले महीने हिमाचल प्रदेश के साथ बिजली खरीद को लेकर द्विपक्षीय समझ्झौता हुआ था, जिसके तहत हिमाचल प्रदेश को 1 से 15 अप्रैल तक 430 मेगावाट और 15 अप्रैल से अक्टूबर महीने के आखिर तक 630 मेगावाट बिजली देना था। लेकिन अभी हिमाचल प्रदेश रोजाना 50 मेगावाट बिजली ही दे रहा है।
वहीं दूसरी ओर निगम के प्रबंध निदेशक अवनीश अवस्थी ने कहा कि हिमाचल से बिजली मिलनी शुरू हो गई है और जल्द ही करार के मुताबिक पूरी बिजली मिलनी शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि प्रदेश में इन दिनों बिजली की मांग 8,000 मेगावाट पहुंच गई है, जबकि कुल उपलब्धतता 6,000 मेगावाट ही है। मई-जून में मांग और बढ़ने की संभावना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।