दिल्ली में तिहरा हत्याकांड, पुत्र पर शक
राजनगर-2 के मकान संख्या 234 ए से तीनों का शव बरामद किया गया। मकान में रहने वाले विनोद वर्मा, उसकी पत्नी पुष्पा और उसकी बहू ज्योति की शुक्रवार देर रात हत्या कर दी गई। पुलिस के अनुसार हत्याकांड के पीछे विनोद और पुष्पा के दत्तक पुत्र नितिन का हाथ है।
गौरतलब है कि विनोद वर्मा नई दिल्ली स्थित हंगरी दूतावास में ड्राइवर था। घटनास्थल पर मौजूद एक पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस से कहा, "जब हम सुबह तीन बजे घटनास्थल पर पहुंचे तो सीढ़ियों पर हमने खून देखा। विनोद का शव मकान के ग्राउंड फ्लोर पर खून से लथपथ मिला वहीं दोनों महिलाओं का शव मकान की पहली मंजिल से मिला।"
पुलिस के अनुसार तीनों की हत्या एक ही हथियार से की गई थी। परिवार का एकमात्र जीवित सदस्य विनोद के बेटे नितिन ने कहा कि घटना के समय वह घर पर मौजूद नहीं था।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "नितिन ने हमें बताया कि शुक्रवार रात धौला कुआं के नजदीक दुर्घटना के कारण वह घर पर नहीं था लेकिन जब वह घर पहुंचा तो परिवार के तीनों सदस्यों की मौत हो चुकी थी।"
गौरतलब है कि नितिन फिलहाल घायल होने के कारण सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है। उसके हाथ में चोट पहुंची है। उसे पहले दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वह एक कॉल सेंटर में काम करता है।
पुलिस के अनुसार उसके मोटर साइकिल पर दुर्घटना का कोई भी निशान नहीं है, तथा उसके हाथ पर लगी चोट भी किसी दुर्घटना में नहीं लगी बल्कि स्वयं उसके ही द्वारा किसी हथियार से बनाई गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।