दलाई लामा को विरोध पर अफसोस
निर्वासित तिब्बती सरकार के एक प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी।
अमेरिका जाते हुए शुक्रवार को दलाई लामा ने कहा, "मैं हमेशा बीजिंग ओलंपिक के पक्ष में रहा हूं। मुझे लंदन और पेरिस की इन घटनाओं (विरोध प्रदर्शन) का अफसोस है, लेकिन मैं प्रदर्शनकारियों की भावनाओं को समझ सकता हूं।"
उन्होंने कहा कि चीन को उसके कमजोर मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार करना चाहिए। वह 19 मार्च को चीनी राष्ट्रपति हू जिंताओ को तिब्बत में चीन विरोधी प्रदर्शनों पर एक लिखित अपील भेज चुके हैं।
दलाई लामा के अनुसार वह चीन सरकार के संपर्क में हैं, लेकिन अभी तक कुछ पुख्ता फैसला नहीं हुआ है।
उनके अनुसार वह पूरी तरह लोकतंत्र के समर्थन में हैं। प्रवासी तिब्बती समुदाय का ढांचा भी पूरी तरह लोकतांत्रिक है।
दलाई लामा ने कहा, "वर्ष 2001 से हमारे पास चुने हुए तिब्बती नेता हैं और मैं सेवानिवृत्ति के निकट हूं। तिब्बती चार्टर के प्रावधानों के अनुसार लोगों को अपनी बात रखने की पूरी आजादी है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।