भारतीयों की भोजन शैली से बढ़ी कीमतें: ब्राजील
ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला डी सिल्वा ने कहा, "बढ़ती कीमतों का जैव ईंधन से कोई लेना देना नहीं है। कीमतें इसलिए बढ़ी हैं क्योंकि भारत, चीन, ब्राजील और लैटिन अमेरिका के अन्य देशों के लोग दिन में तीन-तीन बार भोजन करते हैं।"
समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक लूला ने यह बात 'लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई देशों के संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संगठन' के 30 वें सम्मेलन में कही।
पिछले सप्ताह विश्व बैंक के अध्यक्ष राबर्ट जोलिएक ने कहा था कि खाद्य पदार्थो की बढ़ती कीमतों के कारण दुनिया से गरीबी कम करने के प्रयासों को गहरा झटका लग सकता है।
गौरतलब है कि विभिन्न लैटिन अमेरिकी देशों में लगभग 19 करोड़ ऐसे लोग रहते हैं जो बेहद गरीब हैं।
हैती इस क्षेत्र का सबसे गरीब देश है जिसकी 80 फीसदी आबादी रोजाना दो डालर से भी कम की की आय में अपना गुजारा करती है।
गौरतलब है कि लातिन अमेरिका के विभिन्न देशों में मौजूदा खाद्यान्न संकट के कारण भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।