बिहारः न्याय के लिए भटकती मां
भोजपुर जिला के नवादा बेन गांव की सीता देवी ने बताया कि उनके तीन पुत्र राम सिंह, लक्ष्मण सिंह एवं भरत सिंह की हत्या 25 अगस्त, 2006 को गोली मारकर कर दी गई थी। आरोप है कि हत्या के पीछे जगदीशपुर के विधायक और वर्तमान में ग्रामीण विकास मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा की भूमिका थी।
सीता देवी का कहना है कि उन्होंने हत्यारों को सजा दिलवाने के लिए दिल्ली में भी धरना दिया। तब बिहार सरकार ने आश्वासन दिया था कि इस घटना की जांच सीबीआई से करवाई जाएगी। लेकिन यह आश्वासन महज आश्वासन ही रहा।
सीता देवी ने कहा कि भगवान सिंह कुशवाहा को सजा देने के बजाय बिहार सरकार ने मंत्री पद देकर पुरस्कृत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि न्याय मिलना अब दूर की बात हो गई है। राज्य सरकार के इस फैसले से तीनों मृतकों की विधवाएं भी बेहद दुखी हैं।
सीता देवी की बहू रीता देवी का कहना है, "मेरे पति एवं उनके दो भाइयों की हत्या कर उसे पुलिस मुठभेड़ का नाम दिया गया, जबकि उनकी हत्या एक षडयंत्र के तहत करवाई गई थी, जिसमें वर्तमान मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा की भूमिका थी।"
उधर, भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि उन पर लगाया गया आरोप सरासर गलत है। उनका कहना है, "मेरा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। मुझे बेवजह इस मामले में घसीटा जा रहा है। यहां तक कि मेरा नाम पुलिस रिकार्ड तक में भी दर्ज नहीं है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।