स्वदेशी पर चर्चा के बहाने चौथे मोर्चे की राजनीति
वृंदावन, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर स्वदेशी जागरण मंच और राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन का दो दिवसीय संयुक्त सम्मेलन आज शुरू हो गया, जिसमें वैकल्पिक पार्टी या चौथे मोर्चे के गठन की बातें बराबर उठती रहीं। सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ अधिकारियों समेत कई पार्टियों के नेता भी मौजूद थे।
वृंदावन के अनूपयति गीता आश्रम में शनिवार को शुरू हुए सम्मेलन में पत्रकार रामबहादुर राय ने चौथे मोर्चे के गठन की बात को हवा दी जिसका यहां पर इक्ट्ठा हुए कई नेताओं-कार्यकर्ताओं ने समर्थन किया। इससे पहले राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के के. एन. गोविंदाचार्य और स्वदेशी जागरण मंच के मुरलीधर राव ने अपने भाषणों में इस बात के संकेत दिए कि यह जुटाव राजनीति से परे नहीं है।
सम्मेलन में शिरकत कर रहे पूर्व रक्षामंत्री और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के संयोजक जार्ज फर्नाडीज ने कहा, "अभी मोर्चा बना नहीं है, इसलिए कुछ कहना सही नहीं होगा।" हालांकि उन्होंने इसकी संभावनाओं से इंकार नहीं किया है।
के. एन. गोविंदाचार्य ने आईएएनएस से खास बातचीत में कहा, "चौथे या पांचवें गठबंधन की बात मैं नहीं कह सकता, लेकिन यह कह सकता हूं कि सही मोर्चा बने, इसकी कोशिश जारी है।"
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "हो सकता है, इस सम्मेलन का प्रभाव आगामी लोकसभा चुनाव पर भी पड़े। वह प्रभाव केवल सत्ता प्राप्ति के लिए नहीं होगा, बल्कि चुनावी राजनीति को मूल्यों और मुद्दों की तरफ खींचने के लिए भी होगा।"
दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्य सभा सदस्य रघुनंदन शर्मा ने गड़े मुर्दे उखाड़ने की बजाय सामने खड़ी समस्याओं से निपटने की बात कही।
सम्मेलन में राष्ट्रीय स्वयं सेवक के मदनदास देवी, जनता पार्टी के अध्यक्ष डॉ. सुब्रमण्यम स्वामी और बलवीर पुंज, जया जेटली आदि नेता मौजूद थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।