जलवायु परिवर्तन ने बढ़ाई चक्रवात की संभावना
वाशिंगटन, 19 अप्रैल (आईएएनएस)। एक शोध के जरिये यह सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन से भयानक चक्रवातों की संभावना न केवल उत्तरी अटलांटिक में बढ़ेगा बल्कि विश्व के अन्य देशों में भी इसके भयानक परिणाम देखे जाएंगे।
अमेरिका के मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में इस संबंध में अध्ययन किया गया।
अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता केरी इमैन्युल ने बताया कि यह अध्ययन चक्रवातों के ऐतिहासिक दस्तावेजों पर आधारित है। इसमें पाया गया कि पिछले 30 सालों में चक्रवाती तूफानों की संख्या दोगुनी हो गई है।
उन्होंने बताया कि कंप्युटर पर आधारित एक नई तकनीक का विकास किया गया है जिसका नाम 'ग्लोबल सर्कुलेशन मॉडल्स' है। यह भविष्य में आने वालों च्रकवातों का अनुमान लगाने में सक्षम होगा।
इस अध्ययन के निष्कर्ष को अमेरिकन मेट्रोलॉजीकल सोसाइटी में प्रस्तुत करते हुए कैरी ने बताया, "यह पूरी तरह से स्वतंत्र रूप से किए विश्लेषण पर आधारित है। चक्रवातों से संबंधित नेचर पत्रिका में छपी रिपोर्ट का मैं पूरी तरह से समर्थन करता हूं।"
उन्होंने बताया कि जलवायु परिवर्तन के कारण वायुमंडल में कार्बन डाई आक्साइड की मात्रा बढ़ने से भी चक्रवातों की संभावनाएं बढ़ सकती हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।