पाक ने बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया
'हत्फ-6' और 'शाहीन-2' मिसाइल परमाणु और विनाशकारी हथियार ले जाने में सक्षम हैं। मिसाइल परीक्षण के मौके पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी, संयुक्त सेना प्रमुखों के चेयरमैन जनरल तारीक मजीद और रक्षा मंत्री अहमद मुख्तार मौजूद थे। सफल परीक्षण के लिए राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ और प्रधानमंत्री गिलानी ने वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाइयां दी है।
सेना की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नवनियुक्त प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी भी इस परीक्षण के दौरान उपस्थित थे। सफल परीक्षण के बाद उन्होंने वैज्ञानिकों और अभियंताओं को 'दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन बनाए रखने के पाकिस्तान के अभियान में मील का पत्थर" हासिल करने पर बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की सुरक्षा नई सरकार के लिए पहली प्राथमिकता है। हालांकि पाकिस्तान पिछले कुछ समय से नियमित रूप से प्रक्षेपास्त्रों का परीक्षण करता रहा है, लेकिन आज किया गया यह परीक्षण दिवंगत बेनजीर भुट्टो की पार्टी के प्रभुत्व वाली नई सरकार के सत्ता में आने के कुछ सप्ताह बाद किया गया है। सरकार के सत्ता में काबिज होने के बाद यह पाक का पहला प्रक्षेपास्त्र परीक्षण है।
1998 में भारत द्वारा किए गए परमाणु परीक्षण के जबाव में पाकिस्तान भी परमाणु परीक्षण कर परमाणु शक्ति संपन्न राष्ट्र बना था। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान नियमित तौर पर अपने-अपने प्रक्षेपास्त्रों के परीक्षण करते रहते हैं। दो माह पहले भी पाकिस्तान ने अपने कम दूरी के प्रक्षेपास्त्र 'गजनवी" का परीक्षण किया था। गजनवी प्रक्षेपास्त्र की मारक क्षमता 290 किलोमीटर है।