सरबजीत के लिए आडवाणी ने गिलानी को लिखा पत्र
आडवाणी ने पाक सरकार से अनुरोध किया है कि वह सरबजीत मामले की फिर से समीक्षा करे क्योंकि पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी ने भी अपनी हाल की चंडीगढ़ यात्रा के दौरान यह संभावना जताई थी कि सरबजीत का मामला प्रथमदृष्टया गलत पहचान करने का हो सकता है।
अपने पत्र में उन्होंने कहा है, "मुझे भी इस बात की जानकारी मिली है कि सरबजीत की गलत पहचान हुई है। इसे साबित करने के लिए सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने डीएनए टेस्ट कराने की बात तक कही है। अलबत्ता यदि इस प्रकार की संभावनाएं सामने आ रही है तो क्या ऐसे में यह उचित नहीं होगा कि पाकिस्तानी अधिकारी अपने फैसले की फिर से समीक्षा करे।"
आडवाणी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री से अपील की है कि वह एक साहसिक कदम उठाए और सरबजीत को फांसी की सजा से मुक्त कराए। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान सरकार यदि यह फैसला लेती है तो उनके नेतृत्व में दोनों देशों के संबंध और भी प्रगाढ़ होंगे और उपमहाद्वीप में शांति कायम रहेगी।
उल्लेखनीय है कि सरबजीत की फांसी के लिए एक बार फिर 30 अप्रैल की तिथि मुकर्रर की गई है। इससे पहले एक अप्रैल का दिन उन्हें फांसी देने के लिए तय किया गया था लेकिन भारत सरकार के दबाव के कारण इसे टाल दिया गया था।
आडवाणी ने यह पत्र गत छह अप्रैल को लिखा है। उन्होंने अपने पत्र के जरिए गिलानी को देश का 25 वां प्रधानमंत्री बनने पर बधाई भी दी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।