कोलकाता-ढाका बस सेवा पर छाया संकट
उधर, संचालक ने आदेश को मानने से इंकार करते हुए बस का संचालन जारी रखने को कहा है। पश्चिम बंगाल भू-तल परिवहन निगम के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमांत्रा चौधरी ने आईएएनएस को बताया कि 16 जून 1999 को बसंती टूर एंड ट्रेवल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ हुआ करार 9 अप्रैल को समाप्त हो गया।
निगम बस सेवा का अनुबंध किसी और से करना चाहता है। चौधरी ने कहा कि बस संचालक 2003 से अपने परिवहन परमिट का नवीनीकरण कराने में भी असफल रहा है। उधर, निगम के इस आदेश को मानने से इंकार करते हुए संचालक ने बुधवार को 80 यात्रियों को ढाका पहुंचाया।
चौधरा ने कहा कि इसके लिए संचालक को दंडित किया जा सकता है। लेकिन बसंती टूर एंड ट्रेवेल्स प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजर तारकनाथ घोष ने कहा कि उनके पास निगम द्वारा 2009 तक सेवा चलाने का दस्तावेज है। घोष ने कहा कि वह अपनी सेवाएं बंद नहीं करेंगे और जरूरत हुई तो वह अदालत जाएंगे।
यह बस सेवा 16 जुलाई 1999 को ढाका और कोलकाता के बीच शुरू हुई थी। बस से प्रतिदिन करीब 150 यात्री सीमा पार करते हैं। मैत्री रेल सेवा से अधिक किराया होने के बावजूद बस की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। क्योंकि बस में आव्रजन संबंधी औपचारिकताओं में अधिक समय नहीं लगता है।
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