अच्छी तरह पढ़ाई नहीं करने वाले होते हैं व्यक्तिगत शर्म के शिकार
सिडनी, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। अच्छी तरह से नहीं पढ़े-लिखे लोगों में अवसाद को लेकर एक व्यक्तिगत शर्म की भावना जुड़ी रहती है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है।
आस्ट्रेलिया के राष्ट्रीय-विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने व्यक्तिगत शर्म के शिकार दो तरह के लोगों का अध्ययन किया। एक वे जो अवसाद के प्रति नकारात्मक नजरिया रखते थे, दूसरे वे जो खुद अवसाद के शिकार थे।
मुख्य शोधकर्ता कैथलीन ग्रिफिथ्स ने कहा, "हम जानते हैं कि अवसाद से गुजर रहे लोगों के साथ शर्म जुड़ा रहता है लेकिन अभी तक इसका अध्ययन नहीं किया गया था।"
शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन 6,000 लोगों पर किया, जिनमें से कुछ अवसाद के शिकार थे।
जो लोग अवसाद के शिकार हो चुके थे उनमें व्यक्तिगत शर्म की भावना कम थी। शोधकर्ताओं ने पाया कि अवसाद की जांच में जिन व्यक्तियों ने ज्यादा अंक हासिल किए उनमें शर्म की भावना ज्यादा थी।
ग्रिफिथ्स ने कहा, "मजेदार बात यह है कि हम हमेशा सोचते है कि ग्रामीण लोगों में मानसिक परेशानियों को लेकर नकारात्मक विचार होते हैं, लेकिन हमने अपने अध्ययन में गांवों और शहरों में कोई फर्क नहीं पाया।"
इस अध्ययन के निष्कर्ष 'बीएमसी सायकाइट्री' नामक जर्नल में प्रकाशित हुई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।