भारत व चीन को कोई छूट नहीं: बुश
बुश ने कहा, "भारत और चीन जैसे देश काफी तेजी से आर्थिक तरक्की कर रहे हैं। यह उनके और दुनिया दोनों के हित में है लेकिन इसका यह मतलब भी है कि ये देश भारी मात्रा में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन कर रहे हैं जो विश्व भर में हो रहे जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है।"
बुश का यह बयान विश्व के 16 बड़े देशों के मंत्रियों की फ्रांस में शुरू हो रही बैठक के ठीक पहले आया है। इससे पहले बुश ने ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन रोकने के लिए सन 2025 तक का लक्ष्य तय करने की घोषणा की थी।
गौरतलब है कि जुलाई में जापान में होने वाली इस बैठक में विश्व के प्रमुख विकसित देश जलवायु परिवर्तन के बारे में चर्चा करेंगे।
बुश ने उत्सर्जन रोकने की 'कैप एंड ट्रेड पालिसी' का भी विरोध किया है जिसके तहत विभिन्न देशों के उत्सर्जन की सीमा तय की गई है और कम उत्सर्जन वाले देशों के लिए पुरस्कार की व्यवस्था की गई है।
दूसरी ओर अमेरिकी सदन की प्रवक्ता नैंसी पेलोसी ने बुश पर आरोप लगाया कि वे ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन रोकने में अपने अधिकारों का प्रयोग नहीं कर पाए।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।