आर्थिक विकास में चीन को पीछे छोड़ सकता भारत
टोरंटो, 17 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत अपने उद्योगपतियों की सहायता से आने वाले समय में चीन को आर्थिक विकास में पीछे छोड़ सकता है।
कनाडा के सबसे सम्मानित समाचार पत्र 'द ग्लोब एंड मेल' के बुधवार के अंक में स्तम्भ लेखक मार्कस जी ने लिखा है कि 21 वीं शदी में भारत के उद्योगपति आर्थिक विकास की होड़ में चीन को पीछे छोड़ सकते हैं।
मार्कस के अनुसार यद्यपि चीन आज निर्यात, आधारभूत ढांचागत विकास, विदेशी निवेश और ऊर्जा खपत के मामले में आगे है। लेकिन भारत अपने स्मार्ट, महत्वाकांक्षी और आगे की सोच रखने वाले अपने उद्योगपतियों की सहायता से आने वाले समय में चीन को पछाड़ सकता है।
इन उद्योगपतियों की प्रतिभा के कारण ही दो दशक पहले आर्थिक रूप से असफल हो चुके भारत में आज जापान से अधिक अरबपति हैं।
भारत में इस वर्ष 53 अरबपति हैं। गौरतलब है कि पिछले वर्ष यह संख्या 34 थी। वर्तमान में भारत के चार अरबपति विश्व के 10 शीर्ष व्यक्तियों में शुमार हैं।
समाचार पत्र के अनुसार भारत इस समय जापान द्वारा 1980 के दशक और चीन द्वारा 1990 के दशक में अर्जित धन की तुलना में ज्यादा तेजी से पैसा बना रहा है।
रतन टाटा और अजीज प्रेमजी से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए स्तम्भ लेखक मार्कस जी ने लिखा है, "ऐसे लोगों के रहते भारत अंत में सफल हो सकता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।