प्रतिभा पलायन से मूल देश को भी होता है फायदा : यूएन
न्यूयार्क, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी के एक शोध में कहा गया है कि प्रतिभा पलायन का फायदा मूल देश को भी होता है।
मंगलवार को जारी किए गए शोध में कहा गया है कि कई सफल भारतीयों और ताइवानियों ने अमेरिका में उच्च तकनीकी वाले उद्योगों की स्थापना की। साथ ही अपने मूल देश में हार्डवेयर और साफ्टवेयर की कंपनियां खोलकर अपने देश के विकास में योगदान दिया।
'मोबिलाइजिंग टैलेंट फार ग्लोबल डेवलपमेंट्स' नाम के शोध के निदेशक एनड्रेस सोलिमानो ने कहा कि प्रतिभा पलायन को अब पूरी तरह से नुकसानदायक माना जाना सही नहीं है।
सोलिमानो ने कहा कि प्रतिभा के पलायन का फायदा आयोजक और मूल देश दोनों को होता है।
शोध में इस बात पर दुख जताया गया है कि अफ्रीका, एशिया और कैरिबियाई देशों के चिकित्साकर्मियों के पलायन से मूल देशों को बहुत नुकसान होता है। इस कारण खासकर अफ्रीका में एचआईवी/एड्स, मलेरिया और अन्य बीमारियां भयावह हुईं हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।