बड़े दिमाग वालों को अलजाइमर का खतरा कम
वाशिंगटन, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। आपको जानकर हैरानी होगी कि जिन लोगों के मस्तिष्क का 'हिप्पोकैंपस' अपेक्षाकृत बड़ा होता है, वे लोग अलजाइमर जैसे घातक रोग की चपेट में कम आते हैं। 'हिप्पोकैंपस' लंबे समय तक याददाश्त को बनाए रखने में सहायक होता है।
हाल ही में अमेरिका के आर्गेन हेल्थ एंड साइंस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने एक नए अध्ययन के माध्यम से यह जानकारी दी है।
शोधकर्ताओं ने इस बाबत 12 तेज याददाश्त वाले मृत लोगों के दिमाग का गहनता से अध्ययन किया था। इन लोगों में पोस्टमार्टम के बाद अलजाइमर रोग के लक्षणों के बारे में पता चला था।
अध्ययनकर्ता डेनिज इर्टेन-लियोन्स ने बताया कि अध्ययन में 23 ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया जिनकी याददाश्त और दिमाग तो उक्त लोगों की भांति तेज था।
लेकिन इन लोगों के अलजाइमर रोग से पीड़ित होने के बारे में मरने से पहले ही पता चल गया था। अध्ययनकर्ताओं को ज्ञात हुआ कि जिन लोगों में पोस्टमार्टम के बाद अलजाइमर का पता चला था उनके दिमाग का हिप्पोकैंपस भाग अपेक्षाकृत 20 गुना बड़ा था।
अध्ययन रिपोर्ट को इस सप्ताह शिकागो स्थित अमेरिकन अकेडमी आफ न्यूरोलॉजी में पेश किया जाएगा।
गौरतलब है कि अलजाइमर से पीड़ित व्यक्ति का दिमाग काफी कमजोर हो जाता है। वह अपनी याददाश्त भी खोने लगता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।