सीबीएसई द्वारा दिए जाने वाले रैंकिंग पर यूएई में चर्चा
दुबई, 16 अप्रैल (आईएएनएस)। भारत के केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा संबद्ध विद्यालयों को दिए जाने वाले रैंकिंग को लेकर इन दिनों संयुक्त अरब अमीरात में भी चर्चा शुरू हो गई है।
गौरतलब है कि सीबीएसई ने विद्यालयों में छात्रों के विज्ञान और गणित विषयों में प्रदर्शन को लेकर संबद्ध विद्यालय को रैंकिंग देने का निर्णय लिया है। दुबई में अभिभावकों और विद्यालयों के प्रधानाचार्यो के बीच इस बात को लेकर बहस हो रही है कि क्या इन दो विषयों के आधार पर छात्रों की योग्यता की परख की जी सकती है।
सीबीएसई के अध्यक्ष अशोक गांगुली पहले ही कह चुके हैं कि इस रैंकिंग व्यवस्था से भारत के विद्यालयों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुकाबला करने में सहायता पहुंचेगी।
सीबीएसई की नई प्रणाली के तहत प्रत्येक विद्यालय को बीस प्रतिभावान छात्रों की सूची भेजनी होगी। इसके बाद सीबीएसई छात्रों के प्रदर्शन के अनुसार विद्यालय को रैंकिंग जारी करेगा।
'गल्फ न्यूज' ने दुबई स्थित 'इंडियन हाई स्कूल' के प्रधानाचार्य अशोक कुमार के हवाले से कहा, "रैंकिंग की व्यवस्था से अभिभावकों को बच्चों के नामांकन के लिए विद्यालय के बारे में निर्णय लेने में सहायता पहुंचेगी।"
सीबीएसई की नई रैंकिंग व्यवस्था को लेकर जहां कई लोग सहमत हैं वहीं कई लोग इस नई व्यवस्था से असहमत भी हैं। कई लोगों का मानना है कि सभी विषयों का अपना महत्व है, केवल दो विषयों के आधार पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है।
गौरतलब है कि सीबीएसई से संबद्ध पूरे विश्व में 9,851 विद्यालय हैं। केवल यूएई में ही सीबीएसई से संबद्ध 50 विद्यालय हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।