गुजरात में 14वीं सदी की प्राचीन मूर्तियां मिलीं
पालनपुर (गुजरात), 15 अप्रैल (आईएएनएस)। पालाविया जैन मंदिर के पुनर्निमाण के दौरान 35 प्राचीन मूर्तियां मिलने के बाद इनकी एक झलक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी हुई है।
बताया जा रहा है कि इन मूर्तियों का निर्माण पाश्र्वनाथ, आदिनाथ, देवेंद्रनाथ और जैन धर्म के अन्य र्तीथकरों ने 14वीं शताब्दी के दौरान करवाया था।
प्राप्त मूर्तियों पर विक्रम संवत 1310, 1320, 1330, 1335 और 1340 अंकित हैं। इससे इनके निर्माण काल की स्पष्ट जानकारी मिलती है।
मंदिर के न्यासी और पुनर्निमाण कार्य के संचालक शैलेश मेहता ने आईएएनएस को बताया कि कुछ मूर्तियां संगमरमर और काले पत्थरों के बने हैं जबकि कुछ धातु से निर्मित हैं।
बताया जा रहा है कि प्रचीन मूर्तियों के मिलने से गुजरात के संस्कृतिक इतिहास के प्रति लोगों की रुचि बढ़ेगी।
मंकुंद ब्रह्म क्षत्रिय जो इस मामले में विशेषज्ञता रखते हैं, ने कहा कि पालाविया जैन मंदिर की खुदाई में प्राप्त मूर्तियां चूंकि गुजरात के पाटन एवं सिद्धपुर जैन मंदिरों और राजस्थान के माउंट आबु स्थित दिलवाड़ा मंदिर के मूर्तियों से समानता रखते हैं, इसलिए ऐसा लगता है कि इनके बनाने वाले कलाकार पाटन, सिद्धपुर और दिलवाड़ा के मूर्तिकारों से नजदीकी संबंध रखते होंगे। इससे इस बात के संकेत मिलते हैं कि ये सभी मूर्तियां 14वीं शताब्दी के आस-पास निर्मित हुए थे।
उधर उत्तरी गुजरात के सांस्कृतिक इतिहास के शोधकर्ता यशवंत रावल का कहना है कि जिस जगह पर मूर्तियां मिली हैं वह क्षेत्र शहरीकरण से पहले घने जंगलों से घिरा हुआ था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।