सिखों को बंगाली कहा जाना मामूली बात : मलेशियाई भारतीय नेता
कुआलालंपुर, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। मलेशिया के भारतीय मूल के एक नेता ने सिखों को बंगाली कहे जाने पर उठे विवाद को 'मामूली बात' कहा है।
विपक्षी डेमोक्रेटिक एक्शन पार्टी (डीएपी) के नेता करपाल सिंह ने सोमवार को बैसाखी के अवसर पर एक गुरुद्वारे में कहा, "मलेशिया में दोनों समुदायों को अक्सर एक ही संज्ञा दी जाती है, इस पर नाराज होने की कोई बात नहीं है।"
उन्होंने सिख समुदाय से इस मसले पर परेशान न होने की अपील की और कहा है कि सिखों और बंगालियों में फर्क है, लेकिन यह मसला बहुत 'मामूली' है।
उल्लेखनीय है कि रविवार को पेराक राज्य में एक समारोह के दौरान वहां के मंत्री बेसर (प्रमुख कार्यकारी) मोहम्मद निजार जमालुद्दीन ने सिखों को बंगाली कह कर संबोधित किया था। बयान से नाराज होकर सभा में उपस्थित अनेक सिखों ने समारोह का बहिष्कार किया था।
करपाल सिंह के बयान पर अनेक प्रमुख सिख नेताओं ने अपना एतराज जताया।
खालसा धार्मिक जत्था गुरुद्वारा के उपाध्यक्ष बलजीत सिंह का कहना है, "उस बयान ने सिखों को सब की नजरों में उपहास का पात्र बना दिया। हम समाज द्वारा दोनों समुदायों में फर्क करने की कैसे उम्मीद कर सकते हैं जबकि नेता ही इस बारे में नहीं जानते ?"
गौरतलब है कि जमालुद्दीन ने बाद में इस विषय पर अपनी गलती कबूल की थी। उन्होंने कहा था कि वह 'अज्ञानवश' सिखों को बंगाली कह गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।