मोटे मरीजों से परेशान जर्मन अस्पताल
कुछ दिन पहले 350 किलो वजन वाली एक महिला का आपरेशन करने वाले मोटापा विशेषज्ञ ओलिवर मन्न कहते हैं, "कुछ साल पहले ऐसे मरीज इक्का-दुक्का होते थे लेकिन इस साल मेरे पास 200 किलो से ज्यादा वजन वाले छह मरीज आए।"
मोटे मरीजों के कारण अस्पतालों को हो रही परेशानी के बारे में रेड क्रास की डिर्क रोहरा कहते हैं, "कुछ मरीज इतने अधिक भारी होते हैं कि उन्हें लाने और ले जाने में काफी समय लग जाता है।"
उन्होंने बताया कि मोटे मरीजों का रक्तचाप नापने के लिए उनपर रक्तचाप की पट्टी फिट नहीं बैठती और इंजेक्शन लगाने के लिए उनकी नसों को ढ़ूंढने में भी परेशानी होती है।
विशेषज्ञों ने बताया कि मोटे मरीजों का ऑपरेशन करने में भी कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
गौरतलब है कि जर्मनी में हर दूसरे व्यक्ति का वजन सामान्य से ज्यादा है और हर पांचवा व्यक्ति मोटापे का शिकार है। जर्मनी के नागरिक बड़ी संख्या में मोटापे के शिकार हो रहे हैं।