छत्तीसगढ़ में धार्मिक समूह का पुलिस पर हमला
यह समुदाय बोडसरा गांव में मौजूद निजी स्वामित्व वाली एक भूमि पर बीते तीन बरसों से अपना दावा जता रहा है जबकि वह परिवार जिसकी वह पैतृक भूमि है, इस मसले पर हाईकोर्ट की शरण में है जहां से राज्य शासन को पीड़ित परिवार और उसकी संपत्ति को सुरक्षा के निर्देश है।
विवादित भूमि से सटे इस समुदाय के एक धर्म प्रतीक पर पारंपरिक पूजा के तत्काल बाद वहां पहुंचा सशस्त्र समूह उग्र हो गया, तथा उसने मौके पर मौजूद प्रशासनिक दल जिसमें कलेक्टर सुबोध सिंह और एस पी प्रदीप गुप्ता मौजूद थे सहित पूरे पुलिस बल पर हमला कर दिया। बिगड़ते हालात के बीच पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोडे और बलप्रयोग किया।
स्थितियां इतनी संवेदनशील थीं कि मौके पर मौजूद मीडिया को पुलिस संरक्षण में रवाना करना पडा।
जिले के पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने कहा है कि आस्था के नाम पर संविधान तोडने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पंक्तियों के लिखे जाने तक गांव में तनाव पसरा हुआ था। पुलिस के प्रतिरक्षा में की गई कार्यवाही के बाद आंदोलनकारी दो किलोमीटर दूर एक मैदान में मौजूद थे जबकि प्रशासन ने व्यापक पुलिस बल का इंतजाम कर पूरे इलाके को छावनी में तब्दील करने की तैयारियां शुरू कर दी है।