'बांग्लादेश सरकार इस्लामिक गुटों के प्रति नरम'
ढाका, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। बांग्लादेशी सरकार इस्लामिक गुटों के प्रति नरम रवैया अपना रही है।
यह कहना है बांग्लादेशी मीडिया का। प्रमुख समाचार पत्र 'न्यू एज' ने रविवार के अपने संपादकीय में लिखा है कि सरकार गैर-धार्मिक गुटों पर सख्ती दिखाती रही है।
पिछले कुछ दिनों से देश में प्रस्तावित महिला विकास कानून के विरोध में अनेक विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए समाचार पत्र में यह विचार व्यक्त किए गए हैं।
प्रस्तावित महिला विकास कानून के बारे में अखबार लिखता है, "ऐसा प्रतीत होता है कि गुरुवार और शुक्रवार की झड़पों के बाद पुलिस को सरकार के शीर्षस्थों की ओर से इस्लामिक प्रदर्शनकारियों पर अधिक सख्ती न बरते जाने के आदेश मिले हैं।"
"इस विषय में पदाधिकारियों का बर्ताव काफी कुछ पिछली सरकारों जैसा ही दिखता है जो ऐसे उपद्रवी तत्वों पर सख्ती बरतने में गुरेज करते थे क्योंकि इससे वोटरों के एक समूह की भावनाओं को ठेस पहुंचती है।"
उल्लेखनीय है कि देश में इस्लामिक ताकतों ने इस्लामी शासनतंत्र आंदोलन (आईएसए) नामक एक मोर्चे का गठन किया है जो प्रस्तावित महिला विकास योजना को 'कुरान विरोधी' मानता है।
आईएसए ने सरकार को यह योजना रद्द करने के लिए पांच दिन की मोहलत दी है।
गौरतलब है कि प्रस्तावित योजना के विरोध में भड़के दंगों में 200 लोग घायल हुए थे जिनमें पचास से अधिक पुलिसकर्मी हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।