..और उमड़ आया राष्ट्रपति का महाराष्ट्र प्रेम
एयर इंडिया के विशेष विमान से, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। राजधानी नई दिल्ली में भले ही राष्ट्रपति की कुर्सी सजती हो लेकिन महाराष्ट्र आज भी राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के दिल के काफी करीब है।
एयर इंडिया के विशेष विमान से, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। राजधानी नई दिल्ली में भले ही राष्ट्रपति की कुर्सी सजती हो लेकिन महाराष्ट्र आज भी राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के दिल के काफी करीब है।
शनिवार को लैटिन अमेरिकी देशों की यात्रा पर रवाना हुईं राष्ट्रपति अपने गृह राज्य के प्रति लगाव को छिपा नहीं सकीं। विशेष विमान में मीडिया से मुखातिब होते हुए वह भारत-मेक्सिको के द्विपक्षीय संबंधों में महाराष्ट्र के वर्धा जिले के पांदुरंग खानखोजे के योगदान का जिक्र करना नहीं भूली।
पाटिल ने इस शख्स के संघर्षपूर्ण जीवन की कहानी बयां करते हुए बताया कि विभिन्न देशों में मेहनत-मजदूरी करने के बाद मेक्सिको में उन्हें अपने जीवन की सही दिशा मिली थी। खानखोजे ने इस देश में कृषि वैज्ञानिक बनने तक का सफर तय किया था।
वर्ष 1949 में मेक्सिको सरकार ने खानखोजे को भूतपूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का दूत बनाकर भारत भेजा था।
राष्ट्रपति ने बताया कि खानखोजे ने उस दौरान द्विपक्षीय संबंधों को मधुर बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। साथ ही राष्ट्रपति ने देश में हुई हरित क्रांति में भी मेक्सिको के योगदान की काफी प्रशंसा की।
गौरतलब है कि लैटिन अमेरिकी देशों के दौरे पर गई राष्ट्रपति गुरुवार को मेक्सिको पहुंचेगी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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