विदर्भ में 30 दिनों में 20 किसानों ने की आत्महत्या
नागपुर, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। कांग्रेसनीत केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार द्वारा 60 हजार करोड़ रुपये की कर्जमाफी की घोषणा के बाद भी किसानों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
पिछले 72 घंटों के दौरान महाराष्ट्र के विदर्भ इलाके के लगभग 20 किसानों की आत्महत्या का मामला प्रकाश में आया है।
आत्महत्या करने वाले 18 किसान विदर्भ के पश्चिम में स्थित यवतमाल, अमरावती, बुलडाना, अकोला और वशिम जिले के हैं।
सबसे ताजा घटना पूर्वी विदर्भ के चंद्रपुर जिले के कोंडला गांव की है। यहां के 65 वर्षीय किसान रामभाऊ काले ने शुक्रवार आधी रात को कुएं में कूदकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने दो अलग अलग बैंकों से 95,000 रुपये कर्ज ले रखा था।
गौरतलब है कि रामभाऊ 10 एकड़ जमीन का मालिक था इसलिए उसे कर्ज में छूट का लाभ नहीं मिला था।
उल्लेखनीय है कि चालु वित्त वर्ष के बजट में सरकार ने किसानों की ऋण माफी के लिए 60 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया था। इसके तहत उन्हीं किसानों के कर्ज माफ हो सकते हैं जिनके पास पांच एकड़ से कम जमीन है।
केंद्रीय बजट की घोषणा के बाद से अब तक विदर्भ में 116 किसानों ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। जबकि विगत जनवरी माह से अब तक आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या 282 पहुंच गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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