एशिया में विकास का नेतृत्व कर रहे हैं भारत और चीन : आईएमएफ
वाशिंगटन, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। चीन और भारत के नेतृत्व में एशिया में विकास की दर उच्च होने के साथ घरेलू मांगों में तेजी बनी हुई लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार मुख्य आर्थिक सूचकांकों से लगता है कि इसमें यह तेजी धीमी हो रही है।
वाशिंगटन, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। चीन और भारत के नेतृत्व में एशिया में विकास की दर उच्च होने के साथ घरेलू मांगों में तेजी बनी हुई लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के अनुसार मुख्य आर्थिक सूचकांकों से लगता है कि इसमें यह तेजी धीमी हो रही है।
आईएमएफ के एशिया प्रशांत क्षेत्र के विश्व आर्थिक और वाणिज्यक सर्वेक्षण के अनुसार अमेरिका के नेतृत्व में वैश्विक अर्थव्यवस्था में आई मंदी की छाया वर्ष 2007 के अंतिम दिनों और वर्ष 2008 के शुरुआत में देखी जा रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया के अधिकतर देशों में बढ़ती मुद्रास्फीति का दबाव है। भारत सहित एशियान-5 के देशों में यह दर चिंताजनक स्थिति में पहुंच गई है। इससे चीन भी अछुता नहीं हैं। मुद्रास्फीति के कारण खाद्यानों और अनाजों की कीमतों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
इस सबके बावजूद वर्ष 2007 में पूरे एशिया में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) विकास दर में मजबूती बनी रही। पूरे एशिया में विकास की दर 7.4 प्रतिशत रही जबकि भारत और चीन जैसी उभरती अर्थव्यवस्थाओं में यह दर नौ प्रतिशत से ऊपर थीं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।