आगरा में पक्षी अभयारण्य को लेकर विवाद
आगरा, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। इन दिनों आगरा के एक पक्षी अभयारण्य का जलाशय विवाद का केंद्र बना हुआ है। आगरा के निवासियों को ऐसा लगता है कि उनकी जरूरतों की अनदेखी करके पक्षियों को प्रमुखता दी जा रही है।
आगरा, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। इन दिनों आगरा के एक पक्षी अभयारण्य का जलाशय विवाद का केंद्र बना हुआ है। आगरा के निवासियों को ऐसा लगता है कि उनकी जरूरतों की अनदेखी करके पक्षियों को प्रमुखता दी जा रही है।
गौरतलब है कि सौ साल पहले एक ब्रिटिश व्यक्ति ने 'केथाम' नाम की झील को इसलिए विकसित किया था ताकि आगरा के लोगों को गर्मियों में पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।
जिले के अधिकारियों ने अब इस झील को पक्षी अभयारण्य के तौर पर अधिसूचित कर दिया है लेकिन आगरा के स्थानीय निवासी और राजनीतिक कार्यकर्ता इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं।
हेरिटेज कंजरवेशन सोसाइटी के वी.पी. सिंह ने कहा, "शहर के लोगों के पेयजल की अनदेखी करके पक्षियों पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है।"
पर्यावरण संरक्षक श्रवण कुमार ने कहा, "जब-जब इस तालाब का जलस्तर बढ़ता है तो अंडे देने वाली पक्षियों के लिए समस्या खड़ी हो जाती है और जलस्तर जब घटता है तो शहर के लोगों के लिए उसकी उपयोगिता पर ही सवाल खड़ा हो जाता है। इस बात पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।"
गौरतलब है कि ताजमहल के इस नगरी में लगभग दो लाख लोग पानी के संकट से जूझ रहे हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।