भारत और चीन के कारण बढ़ रहा है एशिया में हवाई यातायात
मुबंई, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। एशिया में बढ़ते हवाई यातायात की मांग को पूरा करने के लिए अगले पांच वर्षो तक रोज एक नए हवाई जहाज की आपूर्ति करनी होगी।
नए अध्ययनों से पता चला है कि हवाई जहाजों की मांग में वृद्धि का प्रमुख कारण भारत और चीन में हवाई यातायात में हुई वृद्धि है।
सिडनी स्थित उड्डयन सलाहकार संस्था एशिया-प्रशांत उड्डयन केंद्र (सीएपीए) के अनुसार आने वाले वर्षो में एशिया में हवाई जहाजों की संख्या में करीब 49 प्रतिशत की वृद्धि होने की संभावना है।
सीएपीए के शोध प्रदर्शित करते हैं कि 2013 तक बड़े जहाजों में 35 प्रतिशत (1,585 जहाज), छोटे जहाजों में 51 प्रतिशत (3,195 जहाज) और क्षेत्रीय उड़ानों के लिए आवश्यक जेट विमानों की मांग में 113 प्रतिशत (375 जहाज) की वृद्धि होने की आशा है।
सीएपीए के अध्ययन में उम्मीद व्यक्त की गई है कि 2012 तक खाड़ी स्थित 'अमीरात' एयरलाइन सभी एयरलाइनों को पीछे छोड़कर दुनिया की नंबर एक कंपनी हो जाएगी। अमीरात एयरलाइन की उड़ानें 100 स्थानों के लिए उपलब्ध हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।