लंदन-बीजिंग शांति मैराथन पर भारतीय किशोर
जिस समय ओलंपिक मशाल लंदन पहुंची, 19 साल का मिहिर दूधिया अपनी साइकिल से चेक गणराज्य में प्रवेश कर चुका था। अपनी इस यात्रा के दौरान वह दो महाद्वीपों के 14 देशों से होकर गुजरेगा। वह ओलंपिक के समापन समारोह में भाग लेना चाहता है।
मिहिर ने कहा, "मेरा संदेश शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और अहिंसा पर आधारित है। इस समय जबकि स्कूल और कालेज की पढ़ाई के बीच मेरे पास थोड़ा समय था मैंने सोचा कि उसे टीवी के सामने बैठ कर फालतू न गंवाया जाए।"
मिहिर इस यात्रा के दौरान फ्रांस, पश्विमी और पूर्वी यूरोप, टर्की आदि देशों की यात्रा के बाद ईरान और मध्य एशिया होते हुए बीजिंग पहुंचेगा।
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें